लखनऊ: प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने मंगलवार को विधानसभा में जानकारी दी कि प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में 45,256 शिक्षकों (सहायक अध्यापकों) के पद रिक्त हैं। यह जानकारी समाजवादी पार्टी (सपा) के चित्रकूट से विधायक अनिल प्रधान और basic shiksha मंत्री संदीप सिंह के प्रश्न के जवाब में दी गई।
नियुक्ति पर सरकार का रुख
विधानसभा में सवाल उठाया गया कि क्या शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाएगा? इस पर मंत्री ने कहा कि आवश्यकतानुसार समय-समय पर सहायक अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जाती है। हालांकि, उन्होंने इस पर कोई स्पष्ट समयसीमा नहीं बताई।

बच्चों की स्कूल से दूरी पर सवाल
समाजवादी पार्टी के विधायक अनिल प्रधान ने पूरक प्रश्न में पूछा कि प्रदेश में 7 लाख बच्चे स्कूल क्यों नहीं जा रहे हैं? साथ ही, उन्होंने जानना चाहा कि क्या सरकार कुछ प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की योजना बना रही है?
सरकार का जवाब: शिक्षा से कोई वंचित नहीं रहेगा
बेसिक शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश सरकार हर साल अभियान चलाकर स्कूल न जाने वाले बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का प्रयास करती है।
विद्यालयों को बंद करने की कोई योजना नहीं
मंत्री संदीप सिंह ने यह भी कहा कि सरकार ने किसी भी प्राथमिक विद्यालय को बंद करने का निर्णय नहीं लिया है। सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।